रक्षा बंधन के त्योहार की खुशी में, मिलते हैं हम एक बार फिर से, बंधन भाई-बहन का और दिलों में प्यार की धारा बहते हैं। यह त्योहार वो सुनहरी डोर है, जो एक-दूसरे के दिलों को जोड़ता है, भाई की रक्षा करने का वचन देता है, और बहन के प्यार का प्रतीक बनता है।
बचपन की वो यादें, जब बहन की लोरियों में सपनों की बुनाई होती थी, और भाई की रक्षा के लिए बहन उसके आशीर्वाद की प्रार्थना करती थी। उस मीठे गीत की धुन में, जिसमें बहन अपने भाई के लिए प्रेम की बातें बुनती थी, बंधन की मिठास छिपी होती थी।
वक़्त बीत गया, बदलते रिश्तों के साथ, पर रक्षा बंधन की मिठास और महत्व नहीं बदला। बहन की ममता, प्यार, और चिंता भाई के लिए अब भी वैसी ही है। और भाई की जिम्मेदारी, स्नेह, और सुरक्षा बहन के लिए अब भी उसी तरह की है।
रिश्तों की ये मिठास, रक्षा बंधन के गीतों में भी छुपी है। वो गीत जो बहन अपने भाई के लिए गुनगुनाती है, और भाई उस गीत की धुन में बहन की खुशियों को समझता है। ये गीत न केवल एक स्पेशल मोमेंट की यादें ताजगी देते हैं, बल्कि रिश्तों के महत्व को भी बताते हैं।
आओ, इस रक्षा बंधन पर नए गीत गाएं, नयी शायरी सुनाएं।
"बंधन की ये डोर, प्यार का बंधन है,
भाई-बहन की ये रिश्तों की कहानी है।
आओ चलें साथ, खुशियों की यात्रा पर,
प्यार के रंगों में रंग जाएं ये प्यारा त्योहार।
बहन की लोरियों में सपनों की बातें,
भाई की सख्तियों में छुपी है मोहब्बतें।
एक दूसरे की चिंता, एक दूसरे का साथ,
ये रिश्ता है अनमोल, बढ़ता है इसका मान।
भाई के ऊपर बहन की ये ममता की छाया,
बहन के चेहरे पर भाई का हंसी-मुखड़ा।
खुशियों की ये डोर, बंधन है प्यार का,
रक्षा बंधन के इस पवित्र त्योहार पर सबको हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।